The prayer
to repeat daily:
"O Lord, marvelous Friend, all - powerful Master, penetrate all our being and transfigure it so that Thou alone livest in us and by us.! "
With blessings
The Mother.
11.02.1946.
The Lord must be so ingrained in us that all thought is of him all work is for him all happening is of his will. It must be so unconscious a a thought that if you realize you are doing some thing wrong just take his name and that alone will protect you and lead you to the right path. That is the power of his name. If you take it everytime you would be but doing the right act .
हे रोम रोम में बसने वाले राम
हे रोम रोम में बसने वाले राम
जगत के स्वामी हे अंतर्यामी
मै तुझसे क्या मांगू
मै तुझसे क्या मांगू
हे रोम रोम में बसने वाले राम
आस का बंधन तोड़ चुकी हु
तुझपर सब कुछ छोड़ चुकी हु
आस का बंधन तोड़ चुकी हु
तुझपर सब कुछ छोड़ चुकी हु
नाथ मेरे मै क्यों कुछ सोचु
नाथ मेरे मै क्यों कुछ सोचु
तू जाने तेरा काम
जगत के स्वामी हे अंतर्यामी
मै तुझसे क्या मांगू
मै तुझसे क्या मांगू
हे रोम रोम में बसने वाले राम
तेरे चरण की धूल जो पाये
वह कंकर हिरा हो जाए
तेरे चरण की धूल जो पाये
वह कंकर हिरा हो जाए
भाग मेरे जो मैंने पाया
इन चरणो में धाम
जगत के स्वामी हे अंतर्यामी
मै तुझसे क्या मांगू
मै तुझसे क्या मांगू
हे रोम रोम में बसने वाले राम
भेद तेरा कोई क्या पहचाने
जो तुझसे हो वह तुझे जाने
भेद तेरा कोई क्या पहचाने
जो तुझसे हो वह तुझे जाने
तेरे किये को हम क्या दे वे
तेरे किये को हम क्या दे वे
भले बुरे का नाम
जगत के स्वामी हे अंतर्यामी
मै तुझसे क्या मांगू
मै तुझसे क्या मांगू
हे रोम रोम में बसने वाले राम
जगत के स्वामी हे अंतर्यामी
मै तुझसे क्या मांगू
मै तुझसे क्या मांगू
हे रोम रोम में बसने वाले राम
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